स्त्रियों को पढ़ाने से अनर्थ होते हैं, कुर्ताकवादियों की इन दलील का खंडन द्विवेदी जी ने कैसे किया अपने शब्दों में बताएं|
उत्तर :-
कुर्ताकवादियों का कहना है कि स्त्रियों को पढ़ाने से अनर्थ होते हैं अतः उन्हें पढ़ाना नहीं चाहिए उनके अनुसार उन्हें पढ़ाने से घर के सुख का नाश होता है,लेखक उनकी दलील का खंडन करते हुए कहती है कि स्त्रियों को पढ़ाने से अनर्थ होते हैं तो उन पुरुषों को बढ़ने से कौन सा सफल होते हैं,जो एम. ए ,बी.ए,शास्त्रीय और आचार्य होकर भी स्त्रियों पर हंटर फाटकरते और और डंटो से उनकी खबर देते हैं, यदि स्त्रियों का किया हुआ अनर्थ उनके पढ़ाने का परिणाम है तो पुरुषों का किया हुआ अनर्थ भी उनकी शिक्षा का ही परिणाम माना जाना चाहिए.