प्रश्न 2:- आशय स्पष्ट करें :-
बार-बार सोचती,क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर- गृहस्ती- जवानी- जिंदगी सब कुछ होम देने वाले पर भी हंसती है और अपने लिए बिकने के मौका ढूंढती है.
उत्तर :-
इस कथन का आशय यह है कि जो कौम अपने बलिदानियों का सम्मान करना नहीं जानते उसका भविष्य उज्जवल नहीं हो सकता जिन लोगों ने देश के लिए अपना सर्वथा बलिदान कर दिया वे लोग समाज के सम्मान के पात्र है हंसी कि नहीं ऐसा कौम लालची होता है.
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