पानवाले का एक रेखाचित्र प्रस्तुत करें.
उत्तर :-
पानवाले शाक्षात पान भंडार था उसकी दुकान पर ही नहीं मुंह में भी पान ठूसा था, पान के कारण वह बात तक नहीं कर सकता था यदि कोई कुछ पूछ ले तो उसे पीछे मुड़कर थूकना पड़ता था, हां स्वाभाव से वह बहुत ही रसिया और मजाकीया था वह शरीर से मोटा था, उसकी तोंद निकली हुई थी, अतः वह जब भी हस्ता उसकी तोंद थिरकने लगती थी, हसने पर पानवाले के लाल काले दांत खिला उठते, वह बाते बनने मे उस्ताद था, उसकी बोली मे हसीं और व्यंग का पुट बना रहता.
क्लास -10 हिंदी ( नेताजी का चश्मा ) का पूरा नोट देखने के लिए क्लिक करें.