प्रश्न 3. ईश्वर कण-कण में व्याप्त है, पर हम उसे देख क्यों नहीं देख पाते?
उत्तर :-(i) ईश्वर को जानने के ज्ञान का अभाव-ईश्वर सर्वत्र व्यापक है, उसकी सत्ता कण-कण में अदृश्य रूप में विद्यमान है, परन्तु वह दिखाई नहीं देता है। उसकी सत्ता महसूस की जाती है। जिस प्रकार किसी विषय को जानने के लिए उसका ज्ञान प्राप्त किया जाता है, उसी प्रकार ईश्वर को जानना व देखना भी एक विषय है। जब तक उसको जानने का ज्ञान न मिल जाए, तब तक हम सर्वत्र व्याप्त होते हुए भी ईश्वर को नहीं देख सकते हैं।
(i¡) ईश्वर के ज्ञान की प्राप्ति-जब हमें ईश्वर का ज्ञान प्राप्त हो जाता है, तब हम उसको प्रत्यक्ष देख भी सकते हैं और उसके बारे में जान भी सकते हैं। वह सब जगह है, हमारे हृदय में है। लेकिन ज्ञान न होने के कारण मानव उसको मन्दिरों तथा तीर्थ-स्थलों में पूजा पाठ करके खोजता है, जबकि वह अपने अन्दर ही विद्यमान है।
.