क्लास -7 हिंदी सारांश, अध्याय = भारत के आदिवासी।
प्रश्न और उत्तर
प्रश्न 1:- आदिवासी समुदाय के लोग देश के किन किन राज्यों में मिलते हैं?
उत्तर :- अपने ही देश में छत्तीसगढ़,उड़ीसा, पश्चिम बंगाल झारखंड, असम, मेघालय,मिजोरम,नागालैंड,अरुणाचल प्रदेश,उत्तरांचल,उत्तराखंड आदि राज्यों में आदिवासी समुदाय के लोग मिलते है.
प्रश्न2 :- झारखंड में किन-किन जनजाति के लोग रहते हैं?
उत्तर :- झारखण्ड के मुंडा जनजाति के लोग आपस मे मुंडारी मे बात चित करते है, इसी तरह झारखण्ड मे 'हो ' 'उराव ' 'खड़िआ ' 'संथाली ' और असुर समुदाय के लोग क्रमशः हो,उराव, खड़िआ, सांथली, और असुर बोली मे बात चित करते है.
प्रसन3 :- गोल -गद्दाड़े प्रथा क्या है? यह कहा प्रचलित है? इस प्रथा के बारे मे विस्तार से बताये?
उत्तर :- छत्तीसगढ़ के जनजातियों में विवाह के लिए गोल- गधेड़े की प्रथा प्रचलित है, आइये इस प्रथा के बारे मे जाने :- एक निश्चित पर समुदाय की विवाह योग्य नवयुवक और नवयुवती को एक स्थान पर एकत्रित किया जाता है. एक बाडा बनाया जाता है, नवव्यवती बाड़े के भीतर रहती है, और नवयुवक बाड़े के बाहर रहते है, बाड़े के बीचो बीच एक खंभा गाड़ कर उस पर नारियल टांग दिआ जाता है. संकेत मिलने पर नवयुवकों को बाड़े में घुसकर खम्बे पर चढ़कर नारियल को तोड़ कर लाना होता है, यह काम सुनने में भले ही आसान लगे पर करने में बड़ा कठिन होता है,बाड़े के भीतर युवतियां नारियल तोड़ने वाले को तरह-तरह से प्रताड़ित करती है, जो नवयुवक नारियल तोड़कर लाने में सफल हो जाता है उसे मनपसंद जीवनसाथी चुनने का अधिकार मिल जाता है,दरसल इस इस प्रथा द्वारा शादी के इक्षुक जवान की शारीरिकक्षमता और दृढ़ इक्षा देखा जाता है.
प्रश्न4 :-: झारखंड के असुर सामुदाय मे विवाह के कौन-कौन सी प्रथा प्रचलित है?
उत्तर :-झारखण्ड मे असुर समुदाय मे एक प्रथा प्रचलित है, इसमें विवाह योग्य युवती की घर की बनाने के कला परखी जाती है, असुरो के घर पिरामिड नमा होती है इन्हे जंगली पत्तों से बनाया जाता है. असुर लड़की ऐसे घर घर बनाने में कुशल होती है.
इस प्रकार के घरों मे मुख्य विशेषता होती है कि भयंकर वर्षा में भी इनके अंदर पानी नहीं टपकता,यदि किसी लड़कियों के द्वारा बनाए गए एक बूंद पानी टपक जाता तो उसकी अक्षमता का परिचय माना जाता है.
प्रश्न5 :- उत्तराखंड की भिटिया जनजाति में किसी की मृत्यु हो जाने पर क्या प्रथा अपनाई जाती है?
उत्तर :- उत्तराखंड की भोटिया जनजाति में किसी की मृत्यु हो जाने पर मृत्यु स्थाल से दरवाजे तक भेड की उन या उससे बना हुआ वस्त्र फैला दिया जाता है,उनकी ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से मृतक आत्मा उसी घर में आ जाती है.
प्रश्न 6 - आदिवासी लोग प्रकृति के साथ गहरे गरूप से जुड़े हैं इसका पता किस प्रकार से चलता है?
उत्तर :- आदिवासी लोग प्रकृति के बीच रहते हैं ये प्रकृति की उपासना -पूजा करते हैं, वे सिंग बोंगा की उपासना करती है, यह उपयोगिता के आधार पर पहाड़ों नदियों नदियों की पूजा करते हैं इनके त्यौहार की प्रकृति परक है
प्रश्न 7:-आदिवासियों ने लोक कलाओ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह किया है किन किन रूपों मे?
उत्तर :-प्रकृति के बीच रहकर संघर्ष करते हुए आदिवासियों ने लोक कथाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है झारखंड में छऊ नृत्य प्रमुखता से प्रदर्षित किये जाते है,इसमें पौराणिक कथाओं क़ो आधार बनाकर नर्तक समूह नृत्य करते है, नर्तक के मुंह पर मुखोटे लगे होती है आदिवासियों पेंटिंग कला में भी प्रमुख स्थान बना चुकी है मजेदार बात यह है कि इन कलकृति मे भरे जाने वाली रंग मिट्टी से बनाए जाते हैं.
प्रश्न8 :- आदिवासियों के जीवन यापन के प्रमुख व्यवसाय क्या-क्या है?
उत्तर :-आदिवासियों अपना जीवन यापन में प्राकृतिक साधनों से करते है,खेती,पशुपालन,लकड़ी काटना,रस्सी बुन्ना आदि उनके प्रमुख व्यवसाय है.
प्रश्न9 :- सरकार आदिवासियों का जीवन स्तर सुधारने के लिए क्या-क्या उपाय कर रही है इनसे इनकी स्थिति में क्या सुधार आया है?
उत्तर :- सरकार इनके उत्थान के लिए बहुत प्रयास कर रही है, इन्हे नौकरियों में आरक्षण दिया जा रहा है,अब इनमें से बहुत सारे लोग सरकार से उच्च पदों पर कार्य कर रहे हैं.