प्रश्न :- रचना के आधार पर क्रिया के कितने भेद है?
उत्तर :-
रचना के आधार पर क्रिया के चार भेद होते हैं-
(1) संयुक्त क्रिया (Compound Verb)
(2) नामधातु क्रिया(Nominal Verb)
(3) प्रेरणार्थक क्रिया (Causative Verb)
(4) पूर्वकालिक क्रिया(Absolutive Verb)
.(1) संयुक्त क्रिया (Compound Verb):-
जब दो या दो से अधिक क्रिया आपस में मिलकर जब किसी एक पूर्ण क्रिया का निर्माण करती हैं, उन्हें संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे- बच्चा विद्यालय से लौट आया
संयुक्त क्रिया के भेद
(i) आरम्भबोधक-लिए.
(ii) समाप्तिबोधक.
(iii) अवकाशबोधक.
(iv) अनुमतिबोधक.
(v) नित्यताबोधक.
(vi) आवश्यकताबोधक.
(vii) निश्र्चयबोधक.
(viii) इच्छाबोधक.
(ix) अभ्यासबोधक.
(x) शक्तिबोधक.
(xi) पुनरुक्त संयुक्त क्रिया.
(2) नामधातु क्रिया(Nominal Verb):-
संज्ञा अथवा विशेषण के साथ क्रिया जोड़ने से जो संयुक्त क्रिया बनती है, उसे 'नामधातु क्रिया' कहते हैं।
(3) प्रेरणार्थक क्रिया (Causative Verb):-
वे क्रिया जिससे इस बात का बोध है कि कर्ता स्वयं कार्य न करके किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है, वे प्रेरणार्थक क्रिया कहलाता है।
जैसे- करना से कराना।
प्रेरणार्थक क्रिया कितने रूप है :-
प्रेरणार्थक क्रिया के दो रूप हैं :
(1) प्रथम प्रेरणार्थक क्रिया
(2) द्वितीय प्रेरणार्थक क्रिया
(4) पूर्वकालिक क्रिया(Absolutive Verb):-
पूर्वकलिक क्रिया वह क्रिया है जब कर्ता एक कार्य समाप्त करके उसी क्षण कोई दूसरी कार्य शुरू करता है तब पहला वाला कार्य 'पूर्वकालिक' कहलाता है।
जैसे- साकिब ने घर पहुँचकर फोन किया।