सन्धि किसे कहते है और इसके भेद क़ो उदहारण सहित स्पष्ट करें
नमस्कार,
आज हम हिंदी व्याकरण मे संधि किसे कहते हैं, संधि के भेद, स्वर संधि किसे कहते हैं, व्यंजन संधि किसे कहते हैं, विसर्ग संधि किसे कहते हैं, के बारे मे जानने वाले है.
आज हम हिंदी व्याकरण मे संधि किसे कहते हैं, संधि के भेद, स्वर संधि किसे कहते हैं, व्यंजन संधि किसे कहते हैं, विसर्ग संधि किसे कहते हैं, के बारे मे जानने वाले है.
प्रश्न :- संधि किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट करें|
उत्तर :- दो निकटवर्ती ध्वनि के पारस्परिक मेल के कारण जो विकार परिवर्तन होता है उसे कहते हैं.
साधारण शब्दों में :-संधि का सामान्य अर्थ है मेल। इसमें दो अक्षर मिलने से तीसरे शब्द रचना होती है,
प्रश्न :- संधि के कितने भेद है प्रत्येक के दो दो उदाहरण लिखिए?
उत्तर :- संधि के तीन भेद है :-
1.स्वर सन्धि.
2. व्यंजन सन्धि.
3. विसर्ग सन्धि.
1-स्वर संधि:- परम + अनु = परमाणु
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी , सूर्य + उदय = सूर्योदय
2- व्यंजन संधि :- सत + जन = सज्जन
3- विसर्ग सन्धि :- निः + रोग = निरोग
अंत + आत्मा = अंतरात्मा
प्रश्न :- स्वर संधि किसे कहते हैं?इसके कितने भेद हैं|
उत्तर :-
स्वर और व्यंजन के आपस में मेल होने के कारण जो विकार परिवर्तन या उत्पन्न होता है उसे स्वर संधि कहते हैं.
स्वर संधि के पांच भेद है:-
1- दीर्घ संधि.
2- गुण संधि.
3- वृद्धि संधि
4- यण संधि
5-अयादि संधि
प्रश्न :- व्यंजन संधि की परिभाषा लिखिए.
उत्तर :- व्यंजन का किसी अन्य व्यंजन अथवा स्वर से सयोंग होने पर जो विकार परिवर्तन या उत्तपन होता है उसे व्यंजन संधि करते हैं.
प्रश्न :-विसर्ग संधि ( Combination Of Visarga ) :-
विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन मेल से जो विकार होता है, उसे 'विसर्ग संधि' कहते है।
दूसरे शब्दों में-स्वर और व्यंजन के मेल से विसर्ग में जो विसर्ग होता है, उसे 'विसर्ग संधि' कहते है।
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