पाठ में आए किन प्रसंगों के आधार पर आप कह सकती है कि वे वस्तीविक में एक सच्चे इंसान थे?
उत्तर :- बिस्मिल्लाह का वास्तविक अर्थों में एक सच्चे इंसान थे उन्होंने काभी धार्मिक कट्टरता तथा शूद्रता को बढ़ावा नहीं दिया, उन्होंने मुसलमान होते हुए भी कट्टरताको स्वीकार नहीं किया,
वह हिंदू मुसलमान दोनों को समान दृष्टि से देखते थे, वे जिस श्रद्धा व आदर के साथ मंदिर में शहनाई बजाते थे,उसी आदर के साथ मोहर्रम के नौहा बजाते थे,वह मिली-जुली संस्कृति के प्रतीक थे, उन्होंने खुदा को कभी अपने लिए सुख-स्मृद्धि की मांग नहीं की, वे तो सच्चे सुरु की मांग करते थे.
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