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jaygan poem in hindi question answer || कक्षा आठ के हिंदी के पहले पाठ के प्रश्न उत्तर

 कक्षा 8, हिंदी,
अध्याय-1 ( जयगान )
इस अध्याय के सभी प्रश्नों का उत्तर :-




 
प्रस्तुत कविता के कवि सुब्रमण्यम भारती है भारत जी की अधिकांश कविताएं राष्ट्र गौरव से युक्त है.यही कारण है कि उनकी गणना शीर्षक राष्ट्रभक्त कवियों में की जाती है नगपति के  ऊंचे ऊंचे तुषारमंडित शीखर गर्जना करता विशाल सागर,सदानिस  नदिया नंदनकानन जैसे यहां

 के वन, हरित वसना,वसुंधरा कवि को प्रतिपल प्रशिक्षण देश का गुण गुणगान करने के लिए प्रेरित करती है.


 कवी कहता है कि हम अपने देश का गुणगान करेंगे जिससे हमारे दुख दूर होंगे, वस्तुतः किसी भी देश का नागरिक जब अपने वतन से प्यार करने लगता है तो वहां अमृत बरसने लगता है फिर ऐसा देश जिसका मुकुट संसार का सर्वश्रेष्ठ पर्वत हो और जिसका चरण सागर सतत परवाते हो, वहां के वासी दिन दुखी रह  ही नहीं सकते. राष्ट्रीय गौरव गरिमा के भावों से ओत-प्रोत यह कविता छात्रों में राष्ट्रीय चेतना जगाने की प्रस्तुत समर्थ है,



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बहु विकल्पीय प्रश्न

सही विकल्प चुने :- (1)-कवि ने विजय निशान किसे बताया है :- A:-राष्ट्रगीत B:-स्वतंत्रता संघर्ष को C:-राष्ट्रध्वज को D:-स्वतंत्र दिवस को उत्तर :-A:-राष्ट्रगीत



(2)--कवि ने हिमालय को रजत श्रृंग क्यो कहा है :- A:-चोटिया बहुत अच्छी है B:-चोटिया पर बर्फ जमी रहती है C:-काफी नुकूली चोटिया D:-हिमालय पर उचे उचे वृक्ष है उत्तर:- B:-चोटिया पर बर्फ जमी रहती है 

(3)--किसकी गर्जन में देश का गॉवराव और मां ध्वनित होगा :- A:-सिंह की B:-शाहिद की C:-कवियो की D:-सागर के उत्तर :- D:-सागर के

(4)--कवि के अनुसार हमारा देश ज्ञान से समृद्ध कैसे होगा :- A:-विद्वानो से B:-कवियो से C:-पवित्र विदा भवनों से D:-वैज्ञानिको से उत्तर :- C:-पवित्र विदा भवनों से 

(5)--द्वेध दुख का अंत कैसे होगा A:-देश के जाएगान से B:-स्वतंत्र से C:-वैज्ञानिक प्रगति से D:-उपरोक्त सबी उत्तर :- A:-देश के जाएगान से


लघु  उत्तरीय प्रश्न:-

प्रश्न 1:-  कवि आज  क्या करना चाहता है?

उत्तर :-  कवि आज भारत देश का जयगान  करना चाहता है.



प्रश्न 2:-  द्वेध दुख से कवि का क्या आशय है?

उत्तर :-  द्वेध दुख से  कवि का यह आशय है कि दो प्रकार के दुख समाप्त होगा और अब ना  दुख बर्बाद होगा.



प्रश्न 3:-  भारत के पर्वत चोटियां किस प्रकार की है?

उत्तर :- भारत की पर्वत चोटियां चांदी जैसी चमकिली है. 



 प्रश्न 4:- जयगन कविता की रचिता कौन है?

उत्तर :-  जयगान कविता के रचयिता सुब्रमण्यम भारती  है.





 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न:-


प्रश्न 1:-  कभी विद्यालयों को किसके समान बनाना चाहता है?

उत्तर :-  कवि विद्यालयों को विद्या भवन शोभन देव मंदिर  के  समान बनाना चाहता है.


 प्रश्न 2:- कवि देश को किस प्रकार महान बनाना चाहता है?

उत्तर :- कभी देश को ज्ञान बुद्ध प्रकार महान बनाना चाहता है.


प्रश्न 3:-  पोत दल  से कवि का क्या अभिप्राय है?

उत्तर :-  पोत दल से कवि का यह अभिप्राय है की नौका दल से जब सागर के पानी के गुंजायमान होती है तो देश का गौरव माना जाता है.








सप्रसंग व्याख्या करे 

द्वेध दुख  का अंत होगा 
अब न त्रास दुरंत होगा 
आज फहरेगा हमारा
एक विजय नीसाण
हम करेंगे आज भारत देश का जयगान

उत्तर :-
 
सप्रसंग व्याख्या
प्रस्तुत पंकितिया  हमारे पाठपुस्तक भाषा सेतु। पाठ जयगान से ली गई है  जिसके कवि सुभर्मण्यमभारती हमे बताते है कि दो प्रकार के दुख खत्म हो जाएगा और अब  न दुख तुरंत होगा, हम आज फहराएंगे हमारा एक विजय निशान , हम करेंगे आज भारत देश का जयगान . 


 


बने विदा भवन शोभन 
देव मंदिर से सपावन
हम करेंगे  देश भारत
ज्ञान विद्या महान 
हम करेंगे आज भारत देश का जयगान

उत्तर :-
सप्रसंग व्याख्या
प्रस्तुत पंकितिया  हमारे पाठपुस्तक भाषा सेतु। पाठ जयगान से ली गई है  
कवि सुभर्मण्यमभारती  हमे बताते है की विद्या भवन  शोभन  को देव मंदिर से पवित्र  करेंगे  ओर भारत देश को ज्ञान  विद्या मदान बताएंगे 












Read more:-

अध्याय -1.... जयगान

अध्याय -2.... झूठ का सच

अध्याय-3.... संस्कृति क्या हैं

अध्याय -4... संसार दर्पण

अध्याय 5 -- माँ की ममता

अध्याय 6--फूल और कांटे

अध्याय 7--- गणेश शंकर विधार्थी

अध्याय 8 --- कलिंग विजय

अध्याय 9--- सूखे सुमन से

अध्याय 10 --- हरित क्रांति 

अध्याय -11---लाल अंगारों की मुस्कान

अध्याय -12---पूर्वी सीमांत असम।

अध्याय -13----शक्ति और क्षमा




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