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बेरोजगारी की समस्या पर निबंध रूपरेखा सहित - ( essay on unemployment in hindi )

Unemployment Essay |Unemployment definition and types | Effects of unemployment | 8 types of unemployment




निबंध  :-बेरोजगारी की समस्या

आज भारत के सामने अनेक समस्या चट्टान बनकर  खड़ी हैं। उनमें से एक सबसे प्रमुख समस्या  बेरोजगारी है  । परन्तु यह बेरोजगारी क्या है 


बेरोजगारी  का अर्थ है- 

योग्यता के अनुसार काम का न मिल पाना । भारत में मुख्यत तीन प्रकार के बेरोजगार हैं। जिनमे से पहला है वे, जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। वे पूरी तरह खाली बैठे रहते है। दूसरे वह है जिनके पास कुछ समय काम होता है,ये काम मौसम या काम के अनुसार मिलता है,  परन्तु मौसम या काम का समय समाप्त होते ही वे बेकार हो जाते हैं। इसलिए इसे  आंशिक बेरोजगार कहलाते हैं। तीसरे बेरोजगार  वे है  जिन्हें योग्यता के अनुसार काम नहीं मिला। जैसे कोई बी  ए० करके रिक्शा चला रहा है या बी० ए० करके चाय  बेच रहा है, या एम. ए करके छोटा -मोटा दुकान चला रहा है ये काम अपने आर्थिक जीवन को पूरा करने के लिए कर रहा है, ऐसे बहुत से लोग है जिनके पास  डिग्री तो है पर, काम नहीं, 


बेरोजगारी का सबसे बड़ा कारण है- 

जनंसख्या-विस्फोट। इस देश में

रोजगार देने की जितनी योजनाएँ बनती हैं, वे सब अत्यधिक जनसंख्या बढ़ने के कारण बेकार हो जाती हैं।  अतः इसे हम एक उदहारण द्वारा समझते है जैसे एक अनार सो बीमार, अर्थात एक नौकरी निकला की नहीं उस नौकरी के पीछे सो आदमी दौड़ते है । बेरोजगारी का दूसरा कारण है- 

नवयुवक हाथ का काम करने में अपना अपमान समझते हैं। विशेषकर पढ़े-लिखे युवक दफ्तरी जिंदगी पसंद करते हैं। इस कारण वे रोजगार-कार्यालय की धूल फाँकते रहते |वे जब पढ़ाई कर लेते है तो छोटे काम नहीं करना चाहते जिसके कारण वे बेरोजगार बैठे रहते है,   तीसरा बड़ा कारण है- दूषित शिक्षा प्रणाली। हमारी शिक्षा-प्रणाली नित नए बेरोजगार पैदा करती जा रही है। व्यावसायिक प्रशिक्षण का हमारी शिक्षा में अभाव है। चौथा कारण है- गलत योजनाएँ। सरकार को चाहिए कि वह लघु उद्योगों को प्रोत्साहन दे। मशीनीकरण को उस सीमा तक बढ़ाया जाना

चाहिए जिससे कि रोजगार के अवसर कम न हों। , क्योंकि एक मशीन कई कारीगरों के हाथों को बेकार बना देती है है। सोचिए, अगर साबुन बनाने का लाइसेंस बड़े उद्योगों को न दिया जाए

तो उससे हजारों-लाखों युवक यह धंधा अपनाकर अपनी आजीविका पा सकते हैं। इस सरकार का सबसे पहला कर्तव्य होना चाहिए की वो छोटे उद्योग को बड़े बड़े मशीन उपलब्ध कराये, 


बेरोजगारी के दुष्परिणाम अतीव भयंकर हैं। खाली दिमाग शैतान

का । बेरोजगार युवक कुछ भी गलत-शलत करने पर उतारू हो जाता है।

वही शांति को भंग करने में सबसे आगे होता है। शिक्षा का माहौल

बिगाड़ने मे भी सबसे आगे होते है  हैं जिन्हें अपना भविष्य अंधकारमय लगता है।


समाधान-बेकारी का समाधान तभी हो सकता है, जब जनसंख्या पर रोक लगाई

जाय। युवक हाथ का काम करें। सरकार लघु उद्योगों को प्रोत्साहन दे। शिक्षा

व्यवसाय से जुड़े तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर प्राप्त हो।

अधजल गगरी छलकत जाए।

उत्तर-पूर्णभरी गागर में छलक नहीं होती। परन्तु अधभरी गागरी सदा छलकती रहती

है। जिसका अर्थ होता है 'रिक्त जल-पात्र अधिक आवाज करता है । 


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